स्नेहा अपनी सहेलियों से बातें कर रही थी तब उसे ऐसा लगा कि अचानक ही बस की बहार कुछ बहुत तेजी से गुजर रहा था। स्नेहा बस की खिड़की से बाहर देखती है। बहार कुछ भी नहीं था। थोड़ी देर बाद बहार से कुछ डरावनी आवाज आई, स्नेहाने जब खिड़की से बाहर देखा तो उसकी आंखें खुली की खुली रह गई।............. स्नेहाने बस की बहार क्या देखा होगा ? जानने के लिए पढ़िए... रात-3