जिंगदी की राह।

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इरा जो आज अपना सब कुछ हार चुकी है । आज उसके पास खोने के लिए कुछ भी नही है । उसके विश्वास का गला घोट कर उसे आज सबने एक ऐसी जगह खड़ा कर दिया है । जहां मौत के सिवा कुछ भी नही है। इन सब की शुरुआत उसके जन्म से हुई । जब उसका जन्म हुआ, तो लोगो के आंखों में सिर्फ और सिर्फ दुख और चिंता ही थी। वो एक दम नन्ही परी जैसी खुबसूरती के साथ जन्म लेके आई थी। वो चांद जैसी थी एक दम चमकती हुई पर जैसे चांद में दाग होता है