कहानी - सूरत और सीरत मनोज बाबू घर में प्रवेश कर कुर्सी पर बैठ अपने जूते खोल रहे थे . जूते खोल कर अभी अपने मोज़े उतार रहे थे .इतने में उनकी पत्नी दौड़ कर उनके पास आयी और बोली " लड़के वाले ने क्या कहा ? " " होगा क्या ? भैया ने उल्टे लड़के के बाप को ही खरी खोटी सुना दिया .भाभी आप भैया को समझाएं , हम लड़की वाले हैं .लड़के वालों से विनम्रता से बात करनी होगी .अभी भी बात बन सकती है ." मनोज की