दो आशिक़ अन्जाने - 7

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अर्जुन का बुरा हाल है। 21 डिग्री सेल्सियस में उसके पसीने छूट रहे हैं। उसका जो दिल अभी तक आटा-चक्की की स्पीड पर धड़क रहा था, अब जेट इंजन बना हुआ है। कान गर्म हो गए हैं, शरीर काँप रहा है, बेतरह ऐंठ रहा है और उसकी जान, निकल जाने पर आमादा है। लेकिन इन सब के बाद भी, अपनी मजदुराना- खुरदुरी हथेली से वो मीनाक्षी के देह से निकलती तपिश को महसूस करने लग गया। सूती सलवार की फ़िसलन के नीचे उसे मांसल जांघ का आभास हुआ। दोनों एक-दूसरे के इतने करीब आ चुके हैं, मगर नज़रें मिला सकने