मे और महाराज - ( इम्तिहान_१) 20

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समायरा अपने गहने छिपा कर अपने कमरे पोहचि जहा पहले से ही मौली उसका इंतजार कर रही थी। मौली बैचेन हो कर यहां वहा टहल रही थी। तभी समायरा गुस्से मे उस तक गई। " मौली......" समायरा आगे कुछ बोले तभी मुख्य बटलर के आने की घोषणा हुई। समायरा के कमरे के बाहर खड़े होकर उसने महाराज का आदेश बताना शुरू किया। " कल आपको आठवें राजकुमार के साथ महल जाना है।" बटलर।" मुझे कही नहीं जाना। उन्हे बता दीजिए।" समायरा।" ऐसा मत कीजिए उनकी बात सुन लीजिए राजकुमारी।" मौली ने कहा।" राजकुमारी कल बड़े राजकुमार अमन के जन्मदिवस की खुशी मे जश्न