तांत्रिक रुद्रनाथ अघोरी व पिशाच आत्मा - 2लालटेन की रोशनी में , फर्श पर बैठकर , रात्रि भोजन लगभग खत्म होने वाला है I मैं और मुकेश आसपास बैठे हैं और हमसे कुछ दूरी पर तांत्रिक बाबा I हम दाल , चावल , रोटी और सोयाबीन की सब्जी खा रहे थे I खाना बहुत ही स्वादिष्ट है I और तांत्रिक बाबा केवल एक कटोरी दूध पी रहे थे I मैं खाने के बीच - बीच में तिरछी नजरों से तांत्रिक बाबा को देख रहा था I दूसरी तरफ देख कर खाने के कारण सब्जी में पड़ा हुआ मिर्चा