चाहत - 15

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पार्ट - 15 सलिल का चूरमा नाम पड़ने की कहानी पर हर कोई ठहाके मार कर हँस रहा है। सलिल गुस्से में सबको देख रहा है। मैं तो ये सोच रही हूँ ये सलिल इतना भोला -भाला भी हो सकता है कभी ? मुझे तो शक्ल से ही चालाक लगता है। सलिल - बस करो सब। क्या दांत दिखा रहे हो ? दादू - अच्छा ,भाई। बहुत हुआ मजाक। अब अंदर चलो सब। सलिल - एक मिनट दादू। दादू - क्या हुआ ? सलिल - पहले मुझे मेरी छाया से तो मिलने दीजिये। काका। कहाँ है वो ? नेहा