नियाग्रा फॉल दूसरे दिन हम सोकर उठे , आदेश जी और पंकजजी अभी सो रहे थे अतः हम दोनों बाहर बालकनी में आकर बैठ गए । सामने इंद्रधनुष दिख रहा है । पता चला कि यहां पर इंद्रधनुष दिखना आम बात है । मुझे तथा प्रभा को बेड टी की आदत नहीं थी अतः हम एक-एक करके फ्रेश हो लिए । अब तक आदेशजी और पंकजजी भी उठ गए थे । हमने रूम का पर्दा उठा दिया । फॉल पर सूरज की पहली किरण एक अलग ही नजारा पेश कर रही थी । प्रभा ने कॉफी मेकर ऑन किया तथा दोनों