कलम मेरी लिखती जाएँ - 2

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??कलम मेरी लिखती जाएँ ??✍️✍️✍️✍️????✍️✍️✍️✍️???✍️✍️?? उड़ान ??उड़ान भरी थे मैंने क्यों मैं सब से पीछे छूट गई क्या ये मेरी ज़िन्दगी मुझ से ही रोठ गई ...उड़ान भरी थी मैंने खुद के लिए कुछ कर ,कुछ पाने की फिर क्यों मैं खुद को ही भूल गई क्या ये मैं खुद ही ,खुदी से ही रोठ गई ...उड़ान भरी थी मैंने अपनी पहचान बनाने की फिर क्यों मैं खुद का नाम ही भूल गई क्या जे मेरी तक़दीर मुझ से ही रोठ गई.....भरु गई उड़ान अब मैं फिर से अपनी नई पहचान बनाऊँ गई लाखों मे ना सही ,सौ मे तो अपना नाम कमाऊं गई l✍️✍️✍️???✍️✍️✍️???✍️✍️✍️?? मस्ती मे ??उठ चल भागा सा वो