देवेन ने शालीनता से मना कर दिया था।देवेन पत्नी को डॉ निर्मला के पास ले गया था।वह पहले मेडिकल रिप्रजेंटेटिव था।डॉ निर्मला से उसका अच्छा परिचय था।डॉ निर्मला ने निशा का अच्छी तरह चेकअप किया।फिर कुछ दवा लिखते हुए बोली,"खुराक का ध्यान रखे और नियमित चेक कराते रहे।"देवेन खुद पत्नी का ध्यान रखने लगा।वह उसके लिए फल लाता।अपने हाथों से दवा और फल देता।हर महीने डॉ निर्मला के पास चेकअप के लिए ले जाता।और धीरे धीरे दिन गुज़रने लगे।एक दिन देवेन बैंक से लौटा।घर मैं कॉलोनी की कुछ औरते थी।वह अंदर पहुंचकर बोला,"क्या हुआ?निशा पलंग पर लेटी थी।"लेबर पेन।अस्पताल ले