अभी तक आपने पढ़ा कि रूबी की शादी अमीर परिवार में हुई . रोमित की भी शादी हुई . उसे कोई नौकरी नहीं मिल रही थी तो उसने पेट्रोल पंप पर नौकरी ज्वाइन की . आगे पढ़िए कैसे रूबी के प्रोत्साहन और समर्थन से रोमित ने अपना मुकाम हासिल किया …. अंतिम भाग 4 कहानी - चूँ चूँ का मुरब्बा इसी बीच रूबी के पिता दुग्गल साहब का निधन हो गया . सच ही कहा गया है कि विपत्ति कभी अकेले नहीं आती है . अभी रूबी पिता की मौत के सदमे से उबर