भाग 3 अभी तक आपने पढ़ा कि रूबी ने रोमित की रचनओं को लोकल समाचार पत्र में प्रकाशित करने में किस तरह सहायता की . अब आगे पढ़िए कैसे रूबी के पिता ने उसकी शादी के लिए उसकी पढ़ाई बीच में छुड़वा दी … भाग 3 कहानी - चूँ चूँ का मुरब्बा “ रूबी , मैं तुम्हारा कौन लगता हूँ जो इतना कुछ करती आई हो मेरे लिए ? मैं तुम्हारे एहसानों के तले इतना दब जाऊँगा कि तुमसे नजरें मिलाने में मुझे शर्म आएगी . “ “ प्लीज , ऐसा मत सोचिये . सपने तो