एक कहानी मेरी भी

(25)
  • 8.1k
  • 1
  • 2k

लिखना हैं बहुत सारा पर मन मै उमड़ रहे विचारों को किसी कहानी का रूप देना अपने आप मै एक बहुत बड़ी कला है जो हर किसी के पास हो और ना भी हो l मै भी लिखना चाहती हू पर कहा से शुरू करू कहा से नहीं... मै बचपन से लिखना चाहती हूँ, आज उस चाहत को इस कहानी के माध्यम से लिखूँगी... वो , उसका ज़िक्र आते ही होंठों पे पूरी दुनिया की खुशी खुद बे खुद आ जाती हैं l वो, मेरी दुनिया है और जब तक मैं दुनिया मै साँसे लूंगी वो मेरी हर सांस मै