हाँ ! तुमने ठीक कहा ! मैं वेश्या हूँ ! लेकिन क्या कभी तुमने यह भी सोचा है कि हम लड़कियाँ वेश्या क्यों बनती हैं ? नहीं न ! और तुम मर्द जात ये सोचोगे भी क्यों ?तुम लोगों को तो तब तक किसी के कटे का दुःख महसूस नहीं होता जब तक कि तुम्हारी अपनी उँगली न कट जाये । किसी की बहन बेटी को कोई हमारी ही तरह से अगवा करके उसे धंधे पर बैठा दे और जब कोठों पर उसकी बोटी बोटी नोची जाए तब हम पर ताने कसने वाले यही लोग उससे घृणा नहीं कर पाएंगे और