सरप्राइज अखबार में ईयर फोन का विज्ञापन देखकर प्राची को एकाएक लगा कि उसकी सारी परेशानी सुलझ गई हैं । काफी दिनों से उसे लग रहा था कि यदि लोग आपस में फुसफुसाकर बातें करते हैं तो वह चाह कर भी नहीं सुन पाती है । विनय से परेशानी बताई तो उसने उसकी बात को हँसी में उड़ाते हुए कहा था …' यह तुम्हारा भ्रम है । तुम काम में स्वयं को इतना लीन कर लेती हो कि आसपास क्या हो रहा है, तुम्हें तो इसका पता ही नहीं चलता है जिसके कारण तुम सुन नहीं पाती हो ।' शुभांगी और सुलभ