पार्ट -5 कॉलेज के बाद मैं और नेहा उसका जरुरी सामान लेकर घर आ गए थे। भैया -भाभी बहुत खुश थे कि नेहा हमारे साथ एक वीक रहेगी। भाभी ने नेहा को गेस्ट रूम में शिफ्ट कर दिया था। अब डिनर के बाद मैं और नेहा छत पर बैठकर गप्पे मार रहे हैं। मैं -नेहा ,मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि हम इतनी जल्दी दोस्त बन जायेंगे। नेहा -सोचा तो मैंने भी नहीं था कि तुम जैसी अपने में ही खोये रहने वाली लड़की ऐसे सबसे घुल -मिल जाएगी। मैं -अच्छा जी। मेरा मजाक उडा रही हो...... नेहा -कुछ