वो अनकही बातें - भाग - 3

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शालू ने खिड़की के पास जाकर देखा तो बारिश रुक गई थी। तभी शालू बोली मुझे जाना होगा । समीर ने कहा हां ठीक है मैं तुम्हें घर छोड़ देता हूं।शालू ने कहा नहीं उसकी जरूरत नहीं है। समीर ने कहा अपना घर भी नहीं दिखाना चाहती हो ना। क्या चाहती हो तुम? मैं बार-बार परेशान नहीं करुंगा । तुम्हारे पति से मिलना था बस।।शालू ने कहा,वो यहां नहीं है।समीर ने कहा अच्छा, फिर मन में बोला शालू कितना झूठ बोलोगी? कितनी बदल गई हो ? शालू ने पूछा कुछ कहा क्या? समीर ने कहा कि कहना तो तुम्हें था।"वह अनकही सी बातें।" जो