विवेक तुमने बहुत सहन किया बस! - 15

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अध्याय 15 विष्णु और रूपला को मुन्नार में ही छोड़कर... सिर्फ विवेक अकेला मदुरई जा पहुंचा.... राजकीय चिकित्सालय मर्चरी में असिस्टेंट कमिश्नर अरगरपेरुमालै से मिले। हॉस्पिटल के अंदर और बाहर स्वयं सेवकों की भीड़ थी | हाथ मिलाने के बाद बोले "यह घटना कब घटी ?" "कल रात को मदुरई वेंदन अपने दल के किसी के यहां शादी के रिसेप्शन में जाकर.... तिरुमंगलम के रास्ते से घर लौट रहे थे। कार को वे स्वयं ड्राइव कर रहे थे। रात तक वे घर नहीं पहुंचे तो सुबह तक आ ही जाएंगे ऐसा उनकी पत्नी ने सोचा। पर फिर भी नहीं आने