अगले ही दिन दोनों बातें बिल्कुल साफ हो गईं। एक तो मुझे ये पता चल गया कि भाई ने सचमुच तन्मय को न तो पहचाना है और न ही वो ये अनुमान लगा पाया कि तन्मय उन्हीं के घर में फूल बेचने आने पर गलती से उनके गोदाम वाले हिस्से में पहुंच जाने के कारण पकड़ा गया था। भाई तो ये ही समझ रहा था कि किसी लड़के के उनके गोदाम में घुस कर तांक- झांक करने के कारण वहां के कर्मचारियों ने उसे पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया। और बाद में मेरे कहने पर भाई ने सोचा