--उपन्यास भाग—तेरह अन्गयारी आँधी—१३ --आर. एन. सुनगरया, प्रत्येक व्यक्ति की प्रकृति, प्रवृति, मानसिक सोच, दृष्टिकोण, परिवेश पर निर्भर करता है कि उसे कौन सी आदतें कहॉं से किस रूप में ग्रहण हुईं