March 2018 यह भागमभाग की ज़िंदगी है , कभी कोई तो कभी कोई आगे निकल जाता है पर कुछ लोग जो थोड़ी देर के लिए रुक जाते हैं शायद उन्हें इंतजार पसंद है | इसी सोच में नया साल कुछ अनमना और सुना था | मैं अक्सर सोचा करती थी कि किसी के लिए चार कदम पीछे चलना या फिर थोड़ा ठहर जाना क्या सचमुच बेवकूफी है ? जवाब मेरे लिए हमेशा अधूरा रहा इसलिए