-उपन्यास भाग—ग्यारह अन्गयारी आँधी—११ --आर. एन. सुनगरया, शक्ति ध्यान-मग्न ऑंखें मीचे आराम मुद्रा में बैठा था। ‘’सहन शक्ति सिंह।‘’ पूरा नाम! अन्तर्मन पर दस्तक, ‘’सहन शक्ति सिंह।‘’ पुन: पुकारा। ‘’कौन है?’’ शक्ति अचरज में,