लेख#वैचारिक#खुद को इस काबिल बनाये मै सिपाही विपिन प्रजापति अपना एक निवेदित विचार प्रस्तुत करना चाहता हूं कि क्या सच जो लोग कहते हैं कि समाज में यह नहीं होना चाहिए वह नहीं होना चाहिए यह बंद हो वह बंद हो इसको खत्म करो इसको लाओ क्या सच में यह बस कहने से होगा कुछ करना पड़ेगा इसके लिए आगे आना पड़ेगा।हम लोगो को प्रशिक्षण में यह नहीं सिखाया जाता की ऐसा करो कि समस्या आए हमें यह सिखाया जाता है इस काबिल बनाया जाता है कि चाहे कोई समस्या आए आखरी सांस तक उसका सामना करो उसपर जीत हासिल करो।