मिसेस जोशी के कहने पर रिया ने जीवन को फोन लगाया।फोन बजता रहा, कुछ देर बाद फोन पर एक औरत की आवाज आयी- हेलो हेलो मुझे जीवन से बात करनी है। रिया ने घबराहट में अपनी बात रखी। जीवन अभी नहाने गया है। इतनी कोशिशों के बाद भी मैं उससे बात नहीं कर पाऊंगी, ऐसा डर और फोन पर बात करने वाली औरत का जीवन से क्या संबंध है इसकी जिज्ञासा जाग उठी रिया को। वैसे... आ..प कौन? रिया ने हिचकिचाहट में पूछा। मैं, मिसेस सरपोत्तदार। रिया जवाब सुनते ही भौचक्का हो गई 1 एक मिनट के लिए जैसे उसके जुबान पर ही ताला लग गया