(2)शाहीन नफीस के बगल में सोई हुई थी। उसका हाथ नफीस के सीने पर था। उसने प्यार से उसका हाथ हटाया और आहिस्ता से बेड से उतर गया। बिना आहट किए बेडरूम से बाहर निकल कर दरवाज़ा बंद कर दिया। उसे नींद नहीं आ रही थी। दिमाग अंजन में ही उलझा हुआ था। अंजन से अपनी दूसरी मुलाकात के बाद से ही उसकी दिलचस्पी उसमें बढ़ गई थी। इसी बीच एक खबर ऐसी आई जिसने सबको चौंका दिया था। रघुनाथ परिकर ने अपनी बहन मानवी परिकर की सगाई अंजन से कर दी थी। उसे अपने बिज़नेस का हिस्सेदार बना दिया