कविता की ओर कुछ कदम-रमाशंकर राय

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कविता की ओर कुछ कदम के आइने में रमाशंकर राय जी का व्यक्तित्व रामगोपाल भावुक मो0 9425715707 समर्पण में ही साहित्य के उन संवेदनशील पाठकों को, जो आज कविता की जरूरत महसूस करते हैं। राय जी कविता को जीवन के लिये आवश्यक मानते रहे हैं। आपको वे लोग अतिप्रिय लगते हैं जो मन बचन और कर्म से एक रहे हो। वे ऐसें ही लोगों की तलाश जीवन भर करते रहे। आत्मकथ्य में वे मानते है कि प्रकृति ने मुझे कवि हृदय तो दिया है, पर मेरे पास काव्य कौशल का अभाव है