एपिसोड---36 आज मैं आपको अपने सीधे-साधे जीवन के एक अजीब मोड़ के बारे में बताती हूं, जिसकी स्मृति मुझे ऊपर वाले के करिश्मों पर हैरान कर देती है--- बात उन दिनों की है जब मेरे बच्चे अभी प्राइमरी स्कूल में थे। एपीजे स्कूल में मैं कभी-कभी अपने terms पर पढ़ाने जाती थी। एपीजे स्कूल में टीचर्स को कोई ना कोई एक एक्टिविटी भी बच्चों को सिखानी होती थी। मैं भारतनाट्यम नृत्य सिखाने की क्लास लेती थी लास्ट पीरियड में। एक दिन मैं स्टेज पर भरतनाट्यम के स्टेप्स करवा रही थी और मेरे सामने हॉल में ढेरों लड़कियां थीं। मेरी सरसरी