दूरियाँ

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दूरियाँ शमा की अर्थी उठ रही थी। अब वह शमा पूर्ण रूप से बुझ चुकी थी जिसमें एक तेज था जिसके मुख से लालिमा फूटती थी तथा जो कुछ दिन पूर्व हँस बोल रही थी जिसने अपने दिल में अनेकों सपने सँजोए थे परन्तु उसे क्या पता था कि उसके वह सपने कभी पूरे नहीं हो पाएंगे और सपने पूरे होने से पूर्व ही वह अपने पूर्व प्रेमी तथा होने वाले प्रियतम 'रोहित' से बहुत दूर चली जायेगी। कोई इस बात की कल्पना भी नहीं कर सकता था कि जिस घर में कल शहनाईयाँ बजने वाली थी, जिस घर