व्यक्तित्वजीवन में ऐसे अनेक अवसर आते हैं, जब हमें किसी बात परनिर्णय करना होता है। एक व्यक्ति का निर्णय स्वयं पर प्रभावडालता है, जबकि नेता का निर्णय समूह पर प्रभाव डालता है।समूह को उस निर्णय का पालन करना होता है। गलत निर्णय समूह के लिए दुखदायी हो सकता है इसलिए प्रभावी निर्णय लिए जाने चाहिए। चाहे व्यक्ति हो या नेता, उसे अपने निर्णय के प्रति न्यायिक होना चाहिए।विभिन्न विकल्पों में से श्रेष्ठ विकल्प का चयन ही निर्णय क्षमतानिर्णय लेने की आवश्यकता भी तभी उत्पन्न होती है जब मौजूदा समस्या का हल मौजूदा साधनों से नहीं हो पाता हो। ऐसी स्थिति