ढ़ाई को ढाई रहने दो l ना कम ना ज़्यादा होने दो ll बीत गया सो बीत गया l दिल का चैन ना खोने दो ll सिख लो हंसाना खेलना l प्यार में जीने दो सोने दो ll ********************************* दुआ करो इश्क मुकम्मल जो जाए l रश्क करने वाले बस देखते रह जाए ll रिस्तों मे उलझ गये हैं जिंदगी अब l कहे तो किसे कहे, जाए तो कहां जाए ll ********************************* रिश्ता ग़र दिल से है l तो परवरिश भी उसकी दिल से कीजिए ll ********************************* गुलाबों सी महकती रहे तू