अभिमान

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अभिमान रवि ने भी प्रतिज्ञा कर ली थी कि वह कभी भी सेठ परषोत्तम दास की बेटी शीला से विवाह नहीं कर सकता। इसके लिए वह अपने पिता सेठ दर्शनलाल को भी वचन दे चुका था। वह अपने स्वर्गवासी पिता को दिए हुए वचन को कैसे तोड़ सकता था जिसके लिए उसके पिता ने बड़ी बड़ी कठिनाइयाँ उठाई थी और यह भी सच है कि रवि को भी आज उस वचन को निभाने के लिए तथा अपनी प्रतिज्ञा पूरी करने के लिए बड़ी बड़ी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है, परन्तु जैसे सेठ परषोत्तम दास ने भी ज़िन्दगी