जिंदगी के रास्ते कब कहां अचानक कौन सा मोड़ ले लें, पता ही नहीं होता।कभी जिंदगी की झोली बिल्कुल खाली हो जाती है, कभी खुशियों के फूलों से भर उठती है।कभी बहुत कुछ होते हुए कोई ऐसी रिक्ति रह जाती है जो तमाम खुशियों को बेरंग कर देती है। रवि और अलका की जिंदगी कुछ ऐसी ही थी।दोनों ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई साथ साथ की थी।रवि MBA करके एक मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छे पद पर कार्यरत हो गया एवं अलका एमटेक करके उसी शहर में इंजीनियरिंग कॉलेज में लेक्चरर हो गई, फिर दोनों ने विवाह कर लिया।2-3 वर्ष ख़ुशी-ख़ुशी