मैं वाशरूम से निकल कर आया और एक नैपकिन से हाथ पौंछता हुआ अपने चाय के कप की ओर बढ़ा। तभी न जाने क्या हुआ कि मैं पलट कर बिजली की तेज़ी से कमरे से निकल कर बाहर आया और बंगले के मुख्य गेट से निकल कर सड़क पर बेतहाशा भागने लगा। इस हड़बड़ी में मुझे ये भी पता न चला कि मैंने पैरों में चप्पल भी नहीं पहनी हुई है। दरअसल मैंने वाशरूम से निकल कर बाथरूम स्लीपर उतारे ही थे कि सामने मुझे चाय का कप हाथ में लिए हुए खड़ी भाभी दिखाई दीं। जबकि वाशरूम में जाते