क्लीनचिट - 21 - अंतिम भाग

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अंतिम अंक - बाईस/२२स्वाति एकदम स्वस्थ थी। सबके चेहरे के हावभाव देखकर स्वाति पता चल गया कि अब सस्पेंस की चरमसीमा आ गई है इसलिए गहरी सांस भरकर बोली...'मैं कल ऑस्ट्रेलिया जा रही हूं।' 'फॉर सेटल फॉरेवर। और ये कोई जोक नहीं है। आई एम टोटली सीरियस।'पिनड्रॉप साइलेंट के बीच कुछ क्षणों के लिए सभी जिस स्थिति में थे ऐसे ही स्टैच्यू हो गए। कोई सपने में भी नहीं सोच सकता ऐसे स्वाति के विस्फोटक निवेदन के बाद एक दूसरे के चेहरे पर के प्रश्नार्थ चिन्ह् और अनपेक्षित प्रतिभावों से अंकित मुद्राएं देखते ही रहे। लेकिन, स्वाति का ये वाक्य सुनकर