देवदूत

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कहानी देवदूतशांत. . . . . . एकदम शांत था सारा शहर। पिछले छह दिन से सड़कें सुनसान थी और बाजार बंद। न मोटर गाड़ियों की पौं-पौं और न ही कारखानों में मशीनों की घर्र घर्र। ऐसा लगता था जैसे समस्त शहर गहरी निद्रा में लीन हो गया हो। इतना शांत यह शहर पहले कभी नहीं था। दूरदर्शन या आकाशवाणी के माध्यम से ही पता चलता था कि केवल इसी शहर का नहीं बल्कि पूरे देश के प्रत्येक छोटे बड़े शहर, गांव और कस्बे का यही हाल था। इक्कीस दिन का लॉकडाउन. . . . बंद एकदम बंद। सड़कों पर कहीं-कहीं,