ये कहानी है आरोही और निक्षांत की मोहब्बत कीजिंदगी के हर बुरे दौर से गुजर कर भी दोनों अपनी मोहब्बत को निभाते हैकिस तरह बदलती दुनियाँ में भी दोनों एक दूसरे की प्रति समर्पित रहते हैआरोही की जिंदगी की खाली जगह कैसे निक्षांत के आने से पूरी हो जाती है और वो ज़रा जरा मोहब्बत मे डूब जाती हैPart 6दो साल बीत गएआरोही का दाखिला कॉलेज में हो गया थाइन दो सालों में आरोही बहुत बदल चुकी थीकहने को तो वो बहुत चंचल दबंग खुशदिल लड़की थीपर उसने कभी अपने भीतर किसी को जगह नहीं दीबड़ी बहन बिछिया की शादी