ये कहानी है आरोही और निक्षांत की मोहब्बत कीजिंदगी के हर बुरे दौर से गुजर कर भी दोनों अपनी मोहब्बत को निभाते हैकिस तरह बदलती दुनियाँ में भी दोनों एक दूसरे की प्रति समर्पित रहते हैआरोही की जिंदगी की खाली जगह कैसे निक्षांत के आने से पूरी हो जाती है और वो ज़रा जरा मोहब्बत मे डूब जाती हैPart-2झमुरा अपने आप को पूरी तरह अकेला कर देता हैउसे किसी भी चीज में अब दिलचस्पी नहीं रहतीआज वो अकेला खेत में बैठा हैअपने दो बैल के साथ खेत की जुताई में लगा हैआम तौर पर वो अपना काम जल्दी निपटा के