थोड़ी देर बाद, अजय स्वस्थ होकर ईशान और प्रिया को संभालता है। अजय डॉक्टर से बातचीत करके वकील साहब की लाश को फॉरेंसिक लैब में पोस्टमार्टम करने के लिए भेज देता है और अजय खुद फॉरेंसिक लैब के लिए निकलता है। वहां पर जाकर वह डॉक्टर शर्मा से बात करता है कि "शर्मा जी, इस बार विक्रम ने हद कर दी है, अब मैं उसको छोडूंगा नहीं।" शर्मा जी अजय को शांत करते हुए कहते है कि "अजय!!! मैं तुम्हारे जज्बातो को समझता हूं लेकिन अभी सीरियल किलर को पकड़ने के लिए हमें जल्दबाजी से नहीं, समझदारी से काम लेना