मुलाकात - 4

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मुरादाबाद का नाम सुनकर अब मेरी परेशानियों ने मुझे घेर लिया था...!!लेकिन वर्षा की आँखों मे भी अब वो हया औऱ नमी पूरी तरह से साफ झलक रही थी।जो मुझसे वो छुपा रही थी..!शायद वो कुछ कहना चाह रही हो मुझसे पर कह नही पा रही...और मैं इसी दुविधा में बैठे सोच रहा था।कि मुरादाबाद से आगे का सफर अब कैसे कटेगा उसके बिना..!.!!उसके साथ कि कमी मुझे अभी से खलने लगी।हम दोनों एक दूसरे से बाते नही कर रहे थे,लेकिन एक दूसरे