उर्वशी और पुरुरवा एक प्रेम-कथा भाग 7पिछले करीब एक वर्ष से अभिक अवकाश पर था। इस अवधि में मदिरा और गणिका केवल यही दो वस्तुएं उसके जीवन का केंद्र थीं। इसके अतिरिक्त पहलवानों को मल्ल के लिए चुनौती देना उसका प्रमुख कार्य था। पहलवानों को मल्ल में हरा कर वह दांव में लगाई गई राशि जीत लेता था। इस समय यही उसके धनार्जन का मुख्य