उर्वशी और पुरुरवा एक प्रेम-कथा भाग 3उर्वशी और उसकी सखियां वन में स्थित सरोवर में जलक्रीड़ा कर रही थीं। सरोवर और उसके आसपास का स्थान बहुत मनोरम था। किंतु अप्सराओं के सौंदर्य ने उसे कई गुना बढ़ा दिया था। वर्चा सरोवर के तट पर बैठी उर्वशी के दो मेष शावकों की देखभाल कर रही थी। ये मेष शावक उर्वशी को बहुत प्रिय थे।जलक्रीड़ा करते हुए