कभी उनके इस अकेलेपन को समझ नहीं पाई थी । जब भी उन्हें देखती तो लगता कैसे लोग है यार कोई मान मर्यादा नाम की चीज नहीं है । कहां , कैसे रहना चाहिए , इसका तो लिहाज़ करना चाईए । पर्सनल और प्रोफेनल को तो अलग रखना चाहिए । और देखा जाए तो बात भी सही है । अगर हर समय आपके आस पास ऐसा कुछ होता रहे तो , चिड भी तो होने लगती है ।। और ऐसा ही कुछ हो भी रही था ।कभी उनका साथ में चाय पीना तो कभी कॉफ़ी पीना , कभी साथ वॉशरूम