भद्र-लोक सुजाता मुखर्जी हमेशा की तरह कॉलेज से पैदल अपने घर की ओर बढ़ रही थी कि एक गाड़ी उसके पास आकर रुकी| “मिसिज मुखर्जी, आइए मैं आपको ले चलती हूँ,” मिसिज भसीन ने कार की अगली सीट का बाँया दरवाज़ा खोलते हुए कहा| मिसिज भसीन सुजाता मुखर्जी के कॉलेज में पिछले दस सालों से समाजशास्त्र पढ़ा रही थीं| उन्हें उसी दिन पता चला था कि पिछले साल आई सुजाता मुखर्जी के पति मिसिज भसीन के बेटों के स्कूल में गणित पढ़ाते थे, और उनका बड़ा बेटा, विनोद, बहुत दिनों से गणित में सहायता चाह रहा था| पर अपने बेटे