उन दोनों ने एक एक कर करीबन ८ से १० जोड़ी कपड़े पहन कर दिखाए। इस बात को सुन स्वप्निल के चेहरे पर जो डर था अब मानो वो गायब हो गया था। वो याद कर रहा था मीरा ने उसे समझाया जो था।" हा हम इनकी मदद के लिए आए है। हम सारे कपड़े ट्राई करेगें ये दोनो सोफे पर बैठ देखेंगे इनको जो भी पसंद आए वो चुन कर ये पहनेंगे आसन है " मीरा ने कहा।" आप करेंगे ना बॉस, इस तरह हमारी भी तैयारियां हो जाएंगी अगर जल्द जरूरत पड़ी।" उसकी उन बातो को सुन उसने एक