मुंह खुला का खुला रह गयाआर 0 के0 लालदीप बहुत ही संस्कारी लड़का था। उसके पापा अदावल उसकी तारीफ करते नहीं थकते थे। मन ही मन गुनगुनाते रहते, “मेरा नाम करेगा रोशन जग में मेरा राज दुलारा...”। उन्होंने उसका नाम भी दीप ही रखा था। जब दीप बहुत ही छोटा था तभी अदावल से उसकी पत्नी ने तलाक ले लिया था। मामला ज्यादा पेंचीदा तो नहीं था मगर एक छोटी सी बात पर रोज घर में किचकिच होती थी। उसकी पत्नी सुनन्दा उस पर बहुत शक करती थी। न जाने क्यों उसे लगता था कि अदावल उसके प्रति वफादार नहीं