संसार में कुछ लोगों का सानिध्य ठंडी फुआर की तरह जीवन में ठंडक दे जाता है ।महाराज जी ऐसे ही व्यक्ति थे।वह कोई पीले ,नारंगी या केसरिया कपड़े नहीं पहनते थे।साधारण सफ़ेद धोती और कुर्ता पहनते लेकिन उनका व्यवहार और आचरण ऐसा था कि उन्हें सब आदर से महाराज जी ही कहते थे।महाराज जी का भरा-पूरा परिवार था।बड़ी तीन बेटियों की उन्होंने शादी कर दी थी ।बड़े बेटे की शादी हो चुकी थी ,वह बाहर रहते अपने परिवार के साथ ।बेटियों की शादियाँ उन्होंने बड़े ही धूमधाम से की।उसके बाद सब कुछ अच्छा