कोरोना - एक प्रेम कहानी - 8

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भाग- 8 बंद कमरे में बेड पर लेटी लिली ने अपनी नजरें सामने दीवार पर सटाई हुई थी।कोरोना के कारण शरीर में बिल्कुल भी जान नहीं थी। कोरोना के ये दिन लिली के लिए बहुत कष्ट दायक साबित हो रहे थे। वह चाहकर भी अपने परिवार वालों से नहीं मिल पा रही थी। दूसरी तरफ पिता शेखर कुमार को भी कोविड हो जाने के कारण उनकी चिंता भी लिली को मन ही मन सता रही थी। तभी पीपीई किट पहने डॉक्टर अंदर कमरे में प्रवेश करते है, तो लिली अपनी आंखें दरवाजे की तरफ फेर लेती है। साथ में आई