अबतक आप पढे हैं की जानुआ की सादी हो जाती है उसकी पसन्द की हुई लेडकी से । जानुआ भी बहत खुस् है की वो उसी से ही सादी कर रहा है, जीसे वो प्यार किया था । कुछ वादा किया था सादी रचाने केलिए । वो इस बातपे बेहत खुस है की उसकी प्यार को सबकी मजुंरी मिलगया । लेकिन बुढा थोडा परेसान है अपनी भाई को लेकर की वो ये संसार का बोझ कैसे उठायेगा अकेला ? पर बुढी उसको समझाती है । नयी बहू की गृहप्रबेश भी हो जाती