“ दादी की सिलाई मशीन “ एक उपन्यास है जिसमें पढ़ेंगे - एक विधवा स्त्री ने अकेले सिलाई मशीन के बल पर कैसे अपने परिवार का न सिर्फ पालन पोषण किया बल्कि एक परम्परा शुरू की जिसका पालन आने वाली चार पाँच पीढ़ियों ने किया …. दादी की सिलाई मशीन भाग 1 करीब छः दशक पहले की बात है. उस समय गाँवों में न पक्की सड़क थी, न बिजली, न नल का पानी. गाँव में यातायात के साधन बैलगाड़ी या टमटम हुआ करते थे. दीना बाबू का गाँव सोन नदी के किनारे बसा था, उन दिनों सोन नदी में