अबतक आप पढे हैं की जानुआ घरको लोटता है वो भी अकेला अच्छा बच्चे का तरहा । कोई बदमासी नहीं, नाही कोई लफडा । इसे सोचकर बुढा बहत खुस होता है और भगबान को धन्यबाद देता है । अब आगे चलते हैं....... बुढी रषोइ में है और खाना बना रही है । तभी जानुआ वहां जाके पहुंचता है और बोलता है, भाभी क्या बना रहे हो ? में देख सकता हुं क्या ? बुढी पिछे मुडके देखी फिर बोली, यैसे क्या पुछ रहे हो ? तुम बताउो